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भारतीय राष्ट्रवादी इतिहास लेखन में रामकृष्ण गोपाल भण्डारकर के दृष्टिकोण स्पष्ट कीजिए।

रामकृष्ण गोपाल भण्डारकर भारतीय राष्ट्रवादी इतिहास लेखन के एक प्रमुख व्यक्तित्व थे, जिन्होंने भारतीय संस्कृति और इतिहास के प्रति एक गहन दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उनका कार्य न केवल ऐतिहासिक तथ्यों का संग्रह था, बल्कि यह भारतीय पहचान, संस्कृति और इतिहास के पुनर्निर्माण का प्रयास भी था।

1. भारतीय संस्कृति का महत्व

भण्डारकर ने भारतीय संस्कृति के महत्व को रेखांकित किया और इसे भारतीय राष्ट्रवाद की नींव माना। उन्होंने यह बताया कि भारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता को समझने से ही भारतीय इतिहास का सही मूल्यांकन संभव है। उनका मानना था कि भारतीय इतिहास का अध्ययन केवल राजनीतिक घटनाओं तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी देखना चाहिए।

2. ऐतिहासिक स्रोतों का पुनर्व्याख्या

भण्डारकर ने ऐतिहासिक स्रोतों का गहन अध्ययन किया और उनके आधार पर भारतीय इतिहास की पुनर्व्याख्या की। उन्होंने प्राचीन ग्रंथों, शिलालेखों और अन्य ऐतिहासिक दस्तावेजों का उपयोग करके एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इतिहास का अध्ययन किया। उनका प्रयास था कि वे भारतीय इतिहास को एक वस्तुनिष्ठ दृष्टिकोण से प्रस्तुत करें, जिसमें भारतीय संस्कृति और परंपराओं का सही सम्मान हो।

3. राष्ट्रीय चेतना का विकास

भण्डारकर ने भारतीय राष्ट्रवाद की भावना को बढ़ावा देने के लिए ऐतिहासिक तथ्यों का उपयोग किया। उन्होंने अपने लेखन में भारतीयों के संघर्ष, उनके आदर्श और उनके महानता को प्रस्तुत किया, जिससे समाज में एक नई राष्ट्रीय चेतना का विकास हुआ। उनके विचारों ने युवाओं को प्रेरित किया और उन्हें अपने इतिहास के प्रति गर्व महसूस कराया।

4. आलोचना का महत्त्व

भण्डारकर ने औपनिवेशिक दृष्टिकोण की आलोचना की और भारतीय इतिहास को एक अलग परिप्रेक्ष्य से देखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भारतीय इतिहास को विदेशी दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि भारतीय संदर्भ में समझा जाना चाहिए।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, रामकृष्ण गोपाल भण्डारकर का दृष्टिकोण भारतीय राष्ट्रवादी इतिहास लेखन में एक महत्वपूर्ण योगदान है। उनकी वैज्ञानिक दृष्टि, भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान और राष्ट्रीय चेतना का विकास भारतीय इतिहास को एक नई दिशा देने में सहायक सिद्ध हुआ। उनका कार्य आज भी भारतीय इतिहास लेखन में प्रेरणास्त्रोत बना हुआ है।

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